मुंबई, 21 जुलाई 2025 – Zomato की मूल कंपनी ईटरनल लिमिटेड के Q1 FY26 परिणामों में राजस्व में 70% की जोरदार वृद्धि दर्ज की गई, लेकिन साथ ही शुद्ध मुनाफा लगभग 90% गिर गया। यह विरोधाभास निवेशकों के लिए बड़ी दिलचस्पी का विषय बन गया, क्योंकि शेयरों में इस गिरावट के बावजूद 7–8% की तेज़ बढ़त देखी गई।
राजस्व की मजबूत वृद्धि
ईटरनल ने Q1 के दौरान कुल राजस्व लगभग ₹7,167 करोड़ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही के ₹4,206 करोड़ से सत्तर फीसदी अधिक है। इस वृद्धि का मुख्य श्रेय इसके Quick Commerce ब्रांड Blinkit को जाता है, जिसकी ग्रोस ऑर्डर वैल्यू में 150% से अधिक की छलांग हुई और जो अब इसकी सबसे बड़ी B2C शाखा बन चुकी है। इस तिमाही में Blinkit की आय लगभग ₹2,400 करोड़ रही, जबकि Zomato (Food Delivery) ने भी अपनी हिस्सेदारी बनाए रखी।
मुनाफ़े की गिरावट के बावजूद राजस्व की यह रफ़्तार यह संकेत देती है कि कंपनी का बाज़ार विस्तार तेज़ है और ग्राहक आधार में बड़ा इज़ाफ़ा हुआ है।
मुनाफ़े की ड्रॉप – क्यों?
Q1 के दौरान ईटरनल का शुद्ध मुनाफ़ा ₹25 करोड़ पर आ गया, जो पिछले वर्ष ₹253 करोड़ था। मुनाफ़े में इतनी बड़ी गिरावट के पीछे प्रमुख कारण रही भारी खर्चीली निवेश नीति—विशेषकर Blinkit के लिए:
- डार्क स्टोर्स बढ़ाने की फंडिंग
- तीव्र ग्रोथ हेतु डिस्काउंट और सब्सिडी ऑफ़र
- कुशल वितरण नेटवर्क और निर्मित किचन इंफ़्रास्ट्रक्चर (Blinkit Foods, Bistro आदि)
इसने EBITА और नेट मार्जिन दोनों पर दबाव डाला, लेकिन कंपनी स्पष्ट करती है कि ये निवेश दीर्घकालिक विकास हेतु हैं।
निवेशकों की प्रतिक्रिया और शेयर बाजार
आश्चर्यजनक रूप से, मुनाफ़े में भयंकर गिरावट के बावजूद शेयरों में तेजी देखी गई। कुछ घंटों में शेयर 7–8% उछलकर ₹276–277 की ऊँचाई पर पहुँचा।
- कारण: निवेशकों ने राजस्व की वृद्धि, Blinkit की बढ़ती ऑर्डर संख्या, और कंपनी की कैश बैलेंस (₹18,857 करोड़) को सकारात्मक संकेत मानकर प्रतिक्रिया दी।
- विश्लेषकों ने कहा कि ग्रोथ की गति बैलेंस शीट को मजबूत बना रही है, और निवेशक दीर्घकालिक संभावनाओं को महत्व दे रहे हैं।
Blinkit की प्रमुख भूमिका
Blinkit ने पहली बार Net Order Value में Zomato को पीछे छोड़ दिया है। CEO का कहना है कि Blinkit अब एक बड़े पैमाने पर Inventory-based Quick Commerce मॉडल पर काम कर रहा है। तिमाही में 243 नए डार्क स्टोर खोले गए और कुल स्केल बढ़ाकर 1,544 स्टोर पर पहुंचाया गया। अगले छह महीनों में इसे 2,000 तक ले जाने का लक्ष्य है।
इसने सब्सिडी और लॉजिस्टिक्स में निवेश बढ़ाकर शुरुआती स्टेशन में मार्जिन दबावत की स्थितियों की संभावना जताई, लेकिन भविष्य में बेहतर unit economics की उम्मीद है।
रणनीतिक बदलाव और निवेश योजना
ईटरनल यह स्पष्ट कर चुका है कि यह मंच जल्द Marketplace से Inventory Ownership मॉडल की ओर जाएगा, जिससे लागत नियंत्रण और संचालन पर पकड़ मजबूत होगी। साथ ही:
- Blinkit Foods, Bistro और Hapypure जैसे नए वर्टिकल लॉन्च किए गए हैं।
- CFO ने कहा कि इन वर्गों में EBITDA मार्जिन बढ़ाने की योजना है और कुछ शहरों ने पहले से ही लाभव्याप्ति के संकेत दिए हैं।
चार्ट और आंकड़ों की समीक्षा
मापदंड | Q1 FY25 | Q1 FY26 | वृद्धि / गिरावट |
---|---|---|---|
राजस्व | ₹4,206 करोड़ | ₹7,167 करोड़ | +70% |
शुद्ध मुनाफ़ा (PAT) | ₹253 करोड़ | ₹25 करोड़ | –90% |
Blinkit राजस्व | ₹942 करोड़ | ₹2,400 करोड़ | +155% |
कुल खर्च | — | काफी वृद्धि | — |
Cash Reserves | ₹18,825 करोड़ | ₹18,857 करोड़ | सुरक्षित |
निवेश दृष्टिकोण
- लंबी अवधि (Long-term): राजस्व वृद्धि, कैश बैलेंस, और Blinkit का उभरता मॉडल दीर्घकालिक विजन के अंतर्गत आकर्षक दिखते हैं।
- छोटे अवधि (Short-term): मुनाफ़े का दबाव और उच्च खर्च ध्यान देने योग्य हैं। उभरते प्रतिस्पर्धा वातावरण में मार्जिन की चुनौतियां बनी रहेंगी।
संभावित जोखिम
- Quick Commerce निर्भरता से मुनाफ़ा कम होना
- उच्च सब्सिडी और Discounting की नीति
- परिवर्तनशील प्रतियोगी वातावरण (Zomato, Swiggy, Zepto आदि)
- Infrastructure और Inventory मॉडेल में परिचालन जोखिम
आने वाली चुनौतियाँ
- Q2 में Blinkit के मार्जिन में सुधार की आएगा या खर्च और बढ़ेगा
- Marketplace से Inventory मॉडल पर संक्रमण कितना सफल होता है
- CEO और CFO द्वारा दिए गए guidance के अनुसार execution दिखेगा या नहीं
निष्कर्ष
ईटरनल की Q1 रिपोर्ट में राजस्व में मजबूत वृद्धि और Blinkit की बढ़त ने निवेशकों का भरोसा मजबूत किया जबकि शुद्ध मुनाफ़े में भारी गिरावट ने चिंता को जन्म दिया। यह दृष्टिकोण दर्शाता है कि आज के निवेशक तेज़ ग्रोथ मॉडल और दीर्घकालिक विज़न को छोटे घाटे से प्राथमिकता देते हैं। अब ध्यान Blinkit के मार्जिन सुधार और inventory मोडल के आरंभिक प्रदर्शन पर होगा।
Disclaimer
यह लेख केवल सूचना और विश्लेषण के उद्देश्य से लिखा गया है। इसे किसी भी रूप में निवेश सलाह न माना जाए। कृपया निवेश करने से पहले अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम क्षमता को समझें और आवश्यक हो तो वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।