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ढाका में दर्दनाक हादसा: वायुसेना का ट्रेनिंग विमान कॉलेज परिसर में गिरा, 19 की मौत, 50 घायल

ढाका, 21 जुलाई 2025 — बांग्लादेश की राजधानी ढाका सोमवार को एक भीषण हादसे का गवाह बनी, जब वायुसेना का एक ट्रेनिंग विमान शहर के उत्तरापारा इलाके में स्थित एक कॉलेज की इमारत पर आकर गिर गया। इस हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें बड़ी संख्या में छात्र और स्थानीय नागरिक शामिल हैं।

हादसे की समयरेखा

दोपहर करीब 1:15 बजे एक तेज धमाके की आवाज से पूरा इलाका दहल उठा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान अचानक नियंत्रण खो बैठा और रिहायशी इलाके से होता हुआ सीधे कॉलेज परिसर की इमारत से जा टकराया। हादसे के तुरंत बाद परिसर में धुएं का गुबार छा गया और आग की लपटें दूर से देखी जा सकती थीं।

मची अफरा-तफरी, बचाव में जुटी टीमें

घटना के तुरंत बाद दमकल विभाग, पुलिस, और आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने भी घायलों को बचाने में मदद की। कई छात्र जो उस समय कक्षाओं में मौजूद थे, गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत नाजुक बनी हुई है।

कॉलेज में तबाही का मंजर

हादसे के वक्त कॉलेज में करीब 300 छात्र मौजूद थे। जैसे ही विमान इमारत से टकराया, कुछ कक्षाएं पूरी तरह ढह गईं। कई छात्र मलबे में दब गए, जिन्हें निकालने में घंटों का समय लगा। स्कूल स्टाफ ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए छात्रों को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन आग और धुएं के कारण राहत कार्य में काफी कठिनाई आई।

पायलट की स्थिति और विमान की जानकारी

प्रशिक्षण मिशन पर निकला यह विमान वायुसेना के रूटीन अभ्यास का हिस्सा था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विमान तकनीकी खराबी का शिकार हुआ और पायलट ने आखिरी क्षणों तक विमान को किसी खुले स्थान पर उतारने की कोशिश की। हालांकि, समय और ऊंचाई की कमी के चलते वह सफल नहीं हो पाया।

वायुसेना ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा है कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए जा चुके हैं और प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक की जाएगी।

छात्र और अभिभावक सदमे में

हादसे के बाद कॉलेज के बाहर बड़ी संख्या में अभिभावक इकट्ठा हो गए। कई अभिभावकों का रो-रो कर बुरा हाल था। जिनके बच्चे सुरक्षित बाहर आ गए, वे ईश्वर को धन्यवाद देते दिखे, वहीं जिनके बच्चे घायल हुए या जिनका अब तक कोई पता नहीं चला, वे अस्पतालों और राहत केंद्रों में बदहवास ढंग से भटकते नजर आए।

सरकार और सेना की प्रतिक्रिया

बांग्लादेश सरकार ने इस घटना को राष्ट्रीय शोक की स्थिति बताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। साथ ही सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिजन को मुआवजा और घायलों को नि:शुल्क इलाज देने की घोषणा की है।

वायुसेना ने यह स्पष्ट किया है कि विमान की तकनीकी स्थिति सामान्य थी और वह नियोजित उड़ान पर था। बावजूद इसके, यह हादसा हुआ, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि कहीं तकनीकी निरीक्षण में कोई चूक तो नहीं हुई।

सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

इस हादसे ने वायुसेना के प्रशिक्षण अभियानों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि घनी आबादी वाले क्षेत्रों के पास इस तरह के प्रशिक्षण उड़ानों को संचालित करना जोखिम भरा हो सकता है। इसके अलावा, सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि कॉलेज जैसे शैक्षणिक संस्थानों के ऊपर उड़ान भरने की अनुमति कैसे दी गई।

राहत और पुनर्वास

सरकारी एजेंसियों ने राहत एवं पुनर्वास के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्रालय ने उस कॉलेज को कुछ दिनों के लिए बंद रखने का फैसला लिया है ताकि पुनर्निर्माण और सफाई का कार्य हो सके।

मनोवैज्ञानिकों की एक टीम भी छात्रों और स्टाफ के मानसिक स्वास्थ्य की जांच के लिए नियुक्त की गई है, ताकि वे इस आघात से उबर सकें।

भविष्य के लिए सबक

इस दर्दनाक हादसे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सैन्य और नागरिक सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखना अब समय की मांग है। आवश्यक है कि भविष्य में इस प्रकार की त्रासदी से बचने के लिए उड़ान सुरक्षा मानकों को और कड़ा किया जाए, और प्रशिक्षण उड़ानों के लिए अधिक सुरक्षित और खुली जगहों का चयन किया जाए।

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